लालगंज (आजमगढ़)। विकास खंड लालगंज के मई खरगपुर स्थित आत्म अनुसंधान आश्रम के जय विजय प्रसाद में महाशिवरात्रि के पर्व पर आयोजित गोष्ठी में देर शाम श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए परम पूज्य बाबा विशाल भारत ने कहा कि व्रत करने से नहीं व्रत लेने से सनातन समृद्ध होगा। महाशिवरात्रि के अवसर पर पूरा शौर्य मंडल शिव शिवा मय रहता है। लेकिन लौकिक जगत में तो माता-पिता ही वास्तविक शिव एवं शिव हैं। अतः सभी लोग वास्तविक शिव एवं शिवा अर्थात माता-पिता का सम्मान करना सीखें। काल्पनिक शिव एवं शिवा के चक्कर में सभी लोग वास्तविक शिव एवं शिवा को भूलते जा रहे हैं। झूठ से कभी प्रमाण नहीं मांगा जाता, हमेशा सत्य से ही प्रमाण मांगा जाता है। इस अवसर पर उन्होंने अपने बारे में जन्म से लेकर अब तक की घटनाओं को विस्तार से बताया उन्होंने कबीर एवं तुलसी की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि इस धरती की यह स्थिति है कि सत्य को हमेशा प्रयत्न पूर्वक छुपा कर रखने का प्रयास किया गया है। उन्होंने कहा कि हर भिखारी व्यापारी होता है। महाकुंभ की भी उन्होंने चर्चा की तथा संगम का वास्तविक अर्थ भी बताया। उन्होंने सनातन काल से आयोजित होने वाले कुंभ के वास्तविक महत्व को भी बताया। उन्होंने कहा हमेशा वचनवद्धता एवं विश्वास के साथ धोखा होता है। आज तो सबके मति के गति को लकवा मार दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि जो हुआ वह अच्छा नहीं हुआ लेकिन जो होता है वह अच्छे के लिए होता है। उन्होंने कहा कि संपत्ति विपत्ति का कारण होती है। जब तक आप अपना कल्याण नहीं चाहेंगे तब तक कोई भी आपकी मदद नहीं कर सकता। गोष्ठी में कैलाश नाथ तिवारी, सतीश चंद तिवारी , नरेंद्र सिंह, देवेंद्र सिंह, ऋषिकांत राय, ध्रुव सिंह, वेद प्रकाश श्रीवास्तव, समंत सेगर, डाक्टर पूनम तिवारी, डाक्टर आशा लता सिंह ने अपने-अपने विचार रखे। दिनेश तिवारी ने मंगलाचरण गायन तथा डॉक्टर रामनयन सिंह सेवा निवृत प्रधानाचार्य ने गोष्ठी का संचालन किया। गोष्टी के उपरांत आरती तत्पश्चात प्रसाद वितरण किया गया। इससे पहले महाशिव रात्रि पर प्रातः आश्रम की साफ सफाई की गयी व आश्रम परिसर में स्थित सभी विग्रह को फूलों से सजाया गया था।