अतरौलिया आजमगढ़। ऊं प्रथमदेव सिद्ध पीठ धाम तपस्थली सन्त शिरोमणि श्री श्री बाबा मुसई दास जी महाराज के पावन आश्रम प्रथम देव अतरौलिया में गुरु पूर्णिमा का पर्व बड़े धूम-धाम से मनाया गया जहां पर गुरु की पूजा की गई और प्रसाद का वितरण किया गया और आश्रम के महन्त श्री प्रेमदास जी ने गुरू महिमा का महत्व बताते हुए कहा कि गुरु पूर्णिमा का पर्व अषाढ़ मास कि पूर्णिमा को मनाया जाता है इस दिन वेदों के रचयिता वेदव्यास जी जन्म हुआ था गुरु पूर्णिमा पर लोंग स्नान आदि करके गुरु की पूजा करते हैं और दान पुण्य करते हैं गुरु पूर्णिमा का पर्व सभी जीवों के लिए महत्वपूर्ण हैं गुरु का अर्थ है अन्धकार से निकालने वाला, माया को समाप्त कर देने वाला, गुरु तत्व ही भगवत् तत्व है गुरु ही है जो हमें भगवत् प्राप्ति का रास्ता दिखाता है श्रीमद्भागवत के 11वें स्कन्द में कहां गया है सत्संग और भक्तियोग -इन दो साधनों का एक साथ अनुष्ठान करते रहना चाहिए प्रायः इन दोनों के अतिरिक्त संसार सागर से पार होने का कोई और उपाय नहीं हैं इस मौके पर पंकज मिश्र, अवधेश सिंह, आचार्य पंकज पांडेय,रामबुज जी, डॉ रामकुमार सिंह, आदि गणमान्य लोग उपस्थित रहें।
