बदलते मौसम को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, भीषण गर्मी में बढ़ गए हीट स्ट्रोक के मरीज 20 मरीज रोजाना पहुंच रहे अस्पताल
चिकित्सक दोपहर में घर से बाहर कम निकलने की दे रहे सलाह
बता दे कि इन दिनों जिले में तापमान 45 के पार पहुंच गया है जिसकी वजह से सरकारी और निजी अस्पतालों में हीट स्ट्रोक के मरीजों की संख्या बढ़ गई। डायरिया भी छोटे-बड़ों को चपेट में ले रहा है। शौ शैय्या अस्पताल में गर्मी से हीट स्ट्रोक के लक्षण वाले रोजाना करीब 20 से 25 मरीज पहुंच रहे,जिनका एक स्पेसल वार्ड में इलाज चल रहा है।वार्ड में एसी कूलर की ब्यवस्था भी की गई है वही मरीजों व उनके परिजनों के लिए सीतल जल की भी ब्यवस्था कर दी गयी है। चिकित्सक दोपहर में घर से बाहर कम निकलने की सलाह दे रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से भीषण गर्मी है। ऐसे में लोगों की सेहत बिगड़ रही है। हीट स्ट्रोक से लेकर डायरिया के मरीजों की अस्पतालों में एकाएक संख्या बढ़ गई है। शौ शैय्या अस्पताल में जनरल ओपीडी में 600 से 650 मरीज रोजाना पहुंच रहे हैं। इनमें हीट स्ट्रोक और डायरिया के मरीज भी शामिल है।
सीएमएस डॉ. एस के ध्रुव के मुताबिक दिन की तेज गर्मी और शाम को उमस बढ़ने से हीट स्ट्रोक के लक्षण मरीजों में मिल रहे हैं। सामान्य अवस्था में शरीर का तापमान अधिकतम 38 डिग्री सेल्सियस तक होता है। इससे ज्यादा तापमान होने पर शारीरिक गतिविधियां प्रभावित होने लगती हैं। सामान्य प्रभाव होने से इसका पता नहीं चलता। मगर तापमान जब 40 डिग्री या इससे अधिक दर्ज होने लगे और गर्म हवाओं से जूझना पड़े तो हीट स्ट्रोक की आशंका रहती है। अस्पताल में तेज बुखार के साथ पहुंच रहे मरीजों में डिहाइड्रेशन के लक्षण मिल रहे हैं, जो हीट स्ट्रोक के प्राथमिक लक्षण हैं। हीट स्ट्रोक से बचने के लिए लोगों को अत्यधिक पानी पीने की सलाह दी जाती है, साथ ही साथ मोटे सूती व फूल बाजू के कपड़े, धूपी चश्मा लगाकर ही बाहर निकालने की सलाह दी जाती है। कोई भी दिक्कत महसूस हो तो डॉक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए।