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जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी व विद्यालय प्रबंधक के द्वार अवैध तरीके व कूट रचित ढंग से चार लोगों की फर्जी नियुक्ति


जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी व विद्यालय प्रबंधक के द्वार अवैध तरीके व कूट रचित ढंग से चार लोगों की फर्जी नियुक्ति

संवाददाता पंकज कुमार

अबेडकरनगर जिला मे विद्यालय में फर्जी तरीके से अवैध नियुक्ति करने का मामला सामने आया है। पीड़ित ने जिला अधिकारी को पंजीकृत डाक से शिकायती पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग की है। वर्तमान जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, पूर्व बेसिक शिक्षा अधिकारी, विद्यालय प्रबंधक तथा बेसिक शिक्षा कार्यालय में तैनात सुधीर कुमार श्रीवास्तव द्वारा अवैध तरीके तथा कूट रचित ढंग से चार लोगों की फर्जी नियुक्ति करने का आरोप लगाया है।संबंधित मामला जनता बालिका जूनियर हाई स्कूल से संबद्ध जनता प्राथमिक विद्यालय पकड़ी भोजपुर रामपुर कला टांडा का है।पीड़ित का आरोप है प्राथमिक विद्यालय में सर्वप्रथम जितेंद्र कुमार, रामचंद्र, विपिन कुमार, दिनेश कुमार मौर्य, अवनीश वर्मा आदि लोग की नियुक्ति की गई थी। यूडायस में भी सत्र 2021-22, 2022 23 तक सभी लोगों का नाम अंकित है। इसके बाद भी वर्तमान जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भोलेंद्र प्रताप सिंह, पूर्व बेसिक शिक्षा अधिकारी जे. एन. सिंह, विद्यालय प्रबंधक दयाराम मौर्या तथा बेसिक शिक्षा कार्यालय में तैनात सुधीर कुमार श्रीवास्तव द्वारा अवैध तरीके तथा कूटरचित ढंग से चार लोगों की फर्जी नियुक्ति कर दी गई है। जबकि पूर्व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जे. एन.सिंह द्वारा जांच विद्यालय स्तर पर किया गया और उन्हीं के जांच के आधार पर उच्च न्यायालय खंडपीठ लखनऊ में जांच आख्या के आधार पर विद्यालय को ग्रैंड इन एड पर लिया गया। जिसमें जितेंद्र कुमार, रामचंद्र, विपिन कुमार, दिनेश कुमार मौर्य, अवनीश वर्मा का नाम अंकित था।इसके बाद पूर्व ए.डी. बेसिक मंडल अयोध्या रवींद्र कुमार सिंह का अनुमोदन न होने के कारण प्रबंधक द्वारा फाइल नहीं किया गया तो इसी बीच वर्तमान सत्र 2023-24 में पूर्व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा जितेंद्र कुमार, रामचंद्र, विपिन कुमार, दिनेश कुमार मौर्य, अवनीश वर्मा के स्थान पर दूसरे लोगों को कैसे अनुमोदन दे दिया गया। जबकि पूर्व बेसिक शिक्षा अधिकारी का स्थानांतरण हो चुका था। अब बड़ा सवाल खड़ा होता है क्या स्थानांतरण के बाद भी अनुमोदन दिया जा सकता है जबकि चार नए लोगों का न तो कभी नाम जांच में था न ही उच्च न्यायालय लखनऊ सचिवालय/प्रयागराज में किसी भी अधिकारी के पास इन लोगों का नाम है यदि होता तो इन लोगों का भी नाम यूडाइस में फीड हुआ होता। जबकि नई नियुक्तियों पर शासन द्वारा रोक के बावजूद वर्तमान जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा पिछले दिनांक में पूर्व बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा अनुमोदन करवा दिया गया है। इसके बाद विवेक कुमार मौर्य, अखिलेश कुमार वर्मा, गीता मौर्य, रेनू वर्मा, दिनेश कुमार मौर्या को नियुक्ति दी गई। जिसमे दिनेश कुमार मौर्या पूर्व में चार नियुक्त अध्यापकों के साथ अध्यापन का कार्य कर रहे थे।मात्र केवल उन्हीं को रखा गया बाकी अध्यापकों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।

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