अतरौलिया । बिजली विभाग की घोर लापरवाही से अन्धेरे में डूबा गांव, ट्रांसफार्मर और खंभा क्षतिग्रस्त होने के मामले में जेई ने अतरौलिया थाने में दिया नामजद तहरीर, दर्जनों की संख्या में आक्रोशित ग्रामीण पहुँचे थाने ।
बता दे की स्थानीय थाना क्षेत्र के पेडरा गांव में बीते 24 जून को बिजली के खंभे और ट्रांसफार्मर जमीन पर गिर कर क्षत्रिगस्त हो गए थे, जिसकी जानकारी स्थानीय बिजली विभाग के जेई को हुई, जेई ने अतरौलिया थाने पर नामजद एक ट्रैक्टर चालक के खिलाफ तहरीर दिया, जेई ने आरोप लगाया कि ट्रैक्टर चालक की वजह से खंभा गिरकर टूट गया और उसपर लगा ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हो गया। वहीं बिजली विभाग पर गंभीर आरोप लगाते हुए ग्राम प्रधान की नेतृत्व में बुधवार दर्जनों की संख्या में ग्रामीण थाने पहुंचकर तहरीर देकर आरोप लगाया कि सांड के हमले में बिजली का खंभा का एचटी तार टूट जाने से दो खंभे तथा जिसपर लगा ट्रांसफार्मर गिर गया जिसकी वजह से पूरे गांव में अंधेरा छा गया। वहीं इसकी किसी ने गलत सूचना जेई बुढ़नपुर को दे दी और जेई ने बिना जांच पड़ताल के ही स्थानीय थाने में गांव के एक ट्रैक्टर चालक बाबूलाल प्रजापति के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करा दिया। जिससे आक्रोशित ग्रामीणों ने आज बुधवार को दर्जनों की संख्या में अतरौलिया थाने पर पहुंचकर बिजली विभाग के खिलाफ प्रार्थना पत्र दिया और आरोप लगाया कि गांव के लगभग 50 घरों में 24 जून से अंधेरा छाया हुआ है लोगों को बिजली पानी की समस्या हो रही है बगल ही स्थित गौशाला में बिजली न पहुंचने से पशुओं के मरने की संभावना है। क्योंकि पानी की किल्लत से गौशाला में बंधे पशुओं की जान भी जा सकती है। गांव निवासी दुर्गा प्रसाद यादव ने बताया कि गांव में 24 जून से लाइट नहीं है जेई व एसडीओ से बात की गई तो बताएं कि गांव के किसी ट्रैक्टर से खंभा टूट गया है जबकि वहीं से 25 मीटर की दूरी पर एक व्यक्ति के घर अखंड हरि कीर्तन हो रहा था जहां सैकड़ो की संख्या में लोग मौजूद थे और सभी लोगों ने इस घटना को देखा कि सांड के लड़ने से पहले बाउंड्री वॉल टूटी उसके बाद दो ट्रांसफार्मर व विद्युत खंबे गिर गए। जेई महोदय का कहना है कि हम कुछ नहीं करेंगे जबकि बगल ही गौशाला है 4 दिन से गांव में लाइट नहीं है लगभग 50 घरों में अंधेरा छाया हुआ है बिजली विभाग एकदम लापरवाह है जो यह कह रहा है कि जो मन वह करिए, उनकी सभी बात ग्राम प्रधान की मोबाइल में रिकॉर्ड है। जबकि जेई का कहना है कि किसी व्यक्ति से वसूल कर तब बिजली दी जाएगी। गांव निवासी जनता पांडे ने बताया कि गांव की बिजली खराब हो गई है जिसमें दो खंभे और दो ट्रांसफार्मर गिर गया है। दो साँड़ आपस में लड़ रहे थे कि तभी बाउंड्री वॉल के गिरने से दो खंभे और ट्रांसफार्मर गिर गए जिसकी लिखित सूचना जेई महोदय गलत तरीके से अतरौलिया थाने पर दे दिए हैं। जबकि सभी लोगों ने साँड़ को आपस में लड़ते हुए देखा और उसी से बिजली के तार और खंबे गिरे हैं। ग्राम प्रधान बलराम यादव ने बताया कि यह विद्युत विभाग की घोर लापरवाही है। गांव में चार दिनों से अंधेरा छाया हुआ है लेकिन विद्युत विभाग की मनमानी से गांव में ना तो अभी तक खंभे और ना ही ट्रांसफार्मर लगाए जा रहे हैं । जेई द्वारा यह कहा जा रहा है अब किसी से वसूल कर तब लगाया जाएगा, जबकि बगल ही गौशाला में कई जानवर मरने के कगार पर पहुंच गये है। पानी की किल्लत की वजह से गाय मर सकती है, हाथ से कोई कितना पानी पशुओं को पिलायेगा ।हालांकि यह बहुत ही गंभीर मामला है जबकि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा यह दावे किए जाते हैं कि 24 घंटे के अंदर ट्रांसफार्मर बदलने की प्रक्रिया हो गांव में लगभग 18 घंटे बिजली दी जाए ऐसे भी इस तरह के ग्रामीणों के आरोप विद्युत विभाग पर एक बड़ा सवाल पैदा करते हैं। इस मामले में जब बुढ़नपुर एसडीओ से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की गई किंतु एसडीओ बुढ़नपुर ने फोन नहीं उठाया। अब बड़ा सवाल यह उठता है कि क्या प्राकृतिक आपदा या किसी अन्य कारण से बिजली के खंभे गिरने से गांव में अंधेरा रहेगा या उसकी भरपाई गांव के किसी व्यक्ति से की जाएगी? क्या इसकी भरपाई किए बिना गांव में विद्युत बहाल नहीं हो सकता? और अगर इस तरह से होता है तो गांव में कितने दिनों में बिजली पहुंचेगी? इस संदर्भ में एक्स इ एन राजवीर सिंह ने कहा कि इस विषय में एसडीओ से बात कर मामले को देखा जा रहा।