रिपोर्ट प्रमोद कुमार सिन्हा
गाजीपुर: आनंद मार्ग प्रचारक संघ द्वारा हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी गाजीपुर के आनंद मार्ग के साधकगण ने ग्राम रघुवरगंज (मोहम्मदाबाद) में 12 घंटे का अखंड कीर्तन गायन के द्वारा 12 फरवरी को नीलकंठ दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। भगवान नीलकंठ बाबा श्री श्री आनंद मूर्ति जी के चरण कमलों में सष्टांग प्रणाम करने के उपरांत राजाधिराज योग केंद्र प्रशिक्षण मठ के मुख्य प्रशिक्षक आचार्य संजीवानंद अवधूत जी ने कहा आज पूरे विश्व में आनंद मार्ग के सभी शाखा कार्यालय एवं जागृति ध्यान योग केंद्रों पर उत्साह के साथ अष्टाक्षरी सिद्ध महा मंत्र ” बाबा नाम केवलं ” का गायन हुआ।सभी भक्तों को संबोधन में कहा गया आज 12 फरवरी 1973 को बांकीपुर जेल पटना बिहार के आपात कालीन के पूर्व पाप शक्ति के षडयंत्र के तहत श्री श्री आनंदमूर्ति जी को जहर (विष) के रूप में कैप्सूल दवाई कह कर जेल डॉक्टर द्वारा खिलाया गया।इसकी जांच में विश्व के कई समर्पित सन्यासी /सन्यासिनी साधकों ने गुरु पर अत्याचार अन्याय के विरुद्ध आत्मोत्सर्ग अपने को बलिदान कर आदर्श की रक्षा के लिए दधिची हो गए।श्री श्री आनंद मूर्ति जी 12 फरवरी 1973 से 2अगस्त 1978 तक उपवास करते रहे। अंत मे विजय हुई।मानवता की रक्षा के लिए सदगुरुदेव जी पांच साल,छह महीने 4 दिन लंबे दिनों तक उपवास किये।उस जहर को अपने जीवन के धारण कर नीलकंठ रूप में जग जाहिर हुए।आज विश्व के भक्तगण “नीलकंठ दिवस ” मना रहे है।इस अवसर पर सभी भक्त अपने अपने सामर्थ के अनुरूप प्रत्येक साधक दूसरों को अच्छा स्वादिष्ठ भोजन व नारायण सेवा ” विष के बदले” अमृत पान देकर जन सेवा कर रहे है ।इसी उपलक्ष पर राजाधिराज योग प्रशिक्षण केंद्र अनंदधारा आराजीलाइन अदलपुरा चुनार रोड जिला मिर्जापुर 231304 में भी एक प्रहर का अखंड कीर्तन प्रातः 6.00बजे से प्रातः 9.00 तक किया गया एवं प्रसाद वितरण किया गया।