आज रविवार को लालगंज, देवगांव व क्षेत्र के बसही अकबालपुर, सलहरा, बनारपुर, कटौली, बैरीडीह, दौना जेहतमंदपुर आदि में प्रातः 6 बजे से 8 बजे के बीच ईद उल अजहा या बकरीद की नमाज अदा करके मुसलमानों ने अपने पैगंबर हजरत इब्राहिम और हजरत इस्माइल की प्रस्तुत की गई कुर्बानी के पेशे नज़र कुर्बानी की सुन्नत आरंभ की जो 3 दिनों तक अदा की जाएगी।
इस अवसर पर समूचे क्षेत्र में एसडीएम लालगंज एसएन त्रिपाठी, सीओ लालगंज मनोज कुमार रघुवंशी, कोतवाल देवगांव शशि मौलि पांडे हमराहियों के साथ लगातार चक्रमण करते देखे जा रहे हैं। ईदगाह के बाहर मेले सा समां देखा गया और बच्चों के मनपसंद गुब्बारे तथा अन्य सामान खरीदते हुए देखे गए। बच्चे गुब्बारा तथा खिलौना आदि खरीद कर पर्व की खुशियां मना रहे हैं और क्षेत्र में अमन और शांति के बीच कुर्बानी का अमल पेश किया जा रहा है।
देवगांव जमीनसीर ईदगाह पर पौने 7 बजे अदा की जाने वाली नमाज से पूर्व कोतवाल शशि मौलि पांडे अपने हमराहियों के साथ पहुंच गए और काफी संख्या में एकत्र हिंदू भाइयों ने नमाज अदा करने के बाद मुसलमान भाइयों के गले मिल कर उन्हें ईद उल अजहा या बकरीद की मुबारकबाद पेश की। ईदगाहों में इमाम हज़रात ने कुर्बानी के संबंध में विस्तृत रूप से अवगत कराते हुए बताया कि कुर्बानी का अर्थ यह नहीं है कि हम केवल बकरा कुर्बान कर दें, बल्कि कुर्बानी का असल अर्थ यह है कि आज हम अपने अहं की कुर्बानी दे दें, हम अपनी उस सोच की कुर्बानी दे दें जो समाज के हित में न हो, आज से हम यह प्रण करें कि हम किसी का अहित नहीं होने देंगे और अल्लाह की रजामंदी के लिए हम अपना सब कुछ न्यौछावर कर देने में भी पीछे नहीं हटेंगे। बसही अकबालपुर में तकरीर करते हुए मुफ्ती जासिम ने कहा कि हमारा हर अमल अल्लाह की रजजा के लिए होना चाहिए।