अतरौलिया ( आजमगढ़)
ग्रामीण पुनर्निर्माण संस्थान द्वारा संचालित ग्रामीण महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम के अन्तर्गत समुदाय आधारित कार्यकर्ताओं को संस्था सचिव राजदेव चतुर्वेदी द्वारा बताया गया कि विश्व तंबाकू निषेध दिवस की थीम ” बच्चों को तंबाकू उद्योग के हस्तक्षेप से बचाना ” है पर चर्चा आयोजित की गयी तथा बताया गया कि तम्बाकू का सेवन और धूम्रपान हमारे स्वास्थ्य को कई तरह से प्रभावित करता है। तंबाकू का सेवन सेहत के लिए जानलेवा हो सकता है। धूम्रपान मानसिक स्वास्थ्य के साथ ही शारीरिक सेहत पर भी नकारात्मक असर डाल सकता है। धूम्रपान व तंबाकू के नकारात्मक प्रभाव को जानते हुए भी दुनियाभर में बड़ी संख्या में लोग किसी न किसी रूप से तंबाकू का सेवन करते हैं। बीड़ी, सिगरेट और गुटखा आदि के सेवन से कई तरह की बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है। खतरनाक तंबाकू उत्पादों के साथ युवाओं को लक्षित करने की समाप्ति की वकालत करती है। थीम का उद्देश्य तंबाकू उद्योग की शिकारी तकनीकों पर ध्यान आकर्षित करना है, जो समय के साथ अधिकतम लाभ कमाने के लिए युवा व्यक्तियों को लक्षित करती हैं।