“टीबी हारेगा, देश जीतेगा” अभियान के तहत शेख अली ने दिखाई मानवता की मिसाल, 5 टीबी मरीजों को लिया गोद
— अंबिका सेवा संस्थान के प्रयासों को मिला केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग का सम्मान
आजमगढ़: “अपने लिए तो सब जीते हैं, कभी दूसरों के लिए जीकर देखो — जीवन का असली आनंद तभी आता है।” इस विचार को साकार करते हुए अंबिका सेवा संस्थान के जनपद-स्तरीय ‘टीबी हारेगा, देश जीतेगा’ अभियान के अंतर्गत समाजसेवी शेख अली ने एक प्रेरणादायक पहल करते हुए 5 टीबी मरीजों को गोद लिया है। इस जनसेवी पहल के अंतर्गत जिले में 1000 टीबी रोगियों को गोद लेने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें शेख अली की भागीदारी ने समाज में सेवा की भावना को नई दिशा दी है। इस मौके पर भारत सरकार के केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग की ओर से अंबिका सेवा संस्थान को सम्मान पत्र प्रदान किया गया, जो संस्था के कार्यों की सराहना का प्रतीक है। सम्मान पत्र संस्था के कार्यालय पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा संस्था प्रभारी अभिषेक उपाध्याय को सौंपा गया। इस दौरान समाज के अन्य गणमान्य नागरिकों ने भी उपस्थिति दर्ज कराई। कार्यक्रम में पवन अस्थाना, लकी श्रीवास्तव समेत कई सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे जिन्होंने इस पहल की सराहना करते हुए दूसरों को भी इस अभियान से जुड़ने की अपील की। अभियान का उद्देश्य टीबी मरीजों को न केवल आर्थिक सहायता उपलब्ध कराना है, बल्कि भावनात्मक और सामाजिक सहयोग देकर उन्हें मुख्यधारा में पुनः जोड़ना है। “टीबी हारेगा, देश जीतेगा” सिर्फ एक नारा नहीं, बल्कि समाज को स्वास्थ्य और सेवा के मार्ग पर ले जाने वाला आंदोलन बनता जा रहा है।