अतरौलिया स्वास्थ्य अधीक्षक पर लगा गंभीर आरोप, ऑडियो हुआ वायरल।
बता दे की इन दिनों अतरौलिया स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चर्चा में बना हुआ है। आरोप है कि मरीजों को अधिकांश दवाएं बाहर से लिखी जा रही हैं। अंबेडकर नगर जनपद के जलालपुर निवासी पीड़ित मरीज के परिजन ओमप्रकाश तिवारी ने बताया कि मेरे द्वारा मौसेरे भाई की बहू को डिलीवरी के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया ,जहां पर स्वास्थ्य अधीक्षक द्वारा कुछ दवाएं बाहर से लिखी गई और यह बताया गया कि अगर 8 घंटे से अधिक समय डिलीवरी में लगा तो नॉर्मल डिलीवरी नहीं होगी। उसके लिए अगर आप के पास पैसा हो तो मेरे बसखारी स्थित प्राइवेट अस्पताल आना होगा या फिर आजमगढ़ महिला अस्पताल जाना पड़ेगा ।वही पीड़ित का यह भी आरोप है जोकि डॉक्टर द्वारा अस्पताल का पता पूछने पर नहीं बताया गया बल्कि पीड़ित के मोबाइल पर लोकेशन भेज दी गई और 22 हजार रुपये की डिमांड की गई। पीड़ित गरीबी की हालत में इतना पैसा ना दे पाने की स्थिति में वहाँ नही गया और पुनः सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अतरौलिया पहुंचा और अपने मरीज को सामान्य डिलीवरी के लिए भर्ती कर दिया जहां उसे सामान्य डिलीवरी का आश्वासन दिया गया। इस संदर्भ मे सवाल पूछे जाने पर स्वास्थ्य अधीक्षक डॉक्टर सलाउद्दीन ने बताया कि मेरे द्वारा मरीज के परिजनों को सबसे पहले 100 सैया अस्पताल जाने की सलाह दी गई तो मरीज ने मना कर दिया, उसके बाद जिला महिला चिकित्सालय जाने की सलाह दी गई लेकिन मरीज द्वारा फोन पर ही बार-बार किसी प्राइवेट अस्पताल में अच्छे इलाज और सुविधा की बात कही जाने लगी।
प्राइवेट अस्पताल का जिक्र किया जिसका ऑडियो बना कर कुछ लोगों ने वायरल कर दिया । कुछ दिन पहले मेरे निर्देश पर कुछ बिना रजिस्ट्रेशन प्राइवेट संचालित हो रहे अस्पतालों का निरीक्षण करवाया गया है जिससे आक्रोशित होकर कुछ राजनीतिक संगरक्षण प्राप्त लोगों द्वारा मेरे खिलाफ मनगढ़ंत बातें रची जा रही है ।जब से प्राइवेट अस्पतालों का निरीक्षण किया गया तभी से मेरे खिलाफ कुछ लोगो द्वारा साजिश रची जा रही है जो बिल्कुल गलत और निराधार है।