मनाई गई धूम धाम से बाबा साहब डाक्टर भीमराव अम्बेडकर की जयंती पर निकली भव्य झांकी डीजे के साथ निकली यात्रा।
संवाददाता पंकज कुमार आलापुर अम्बेडकरनगर
अम्बेडकरनगर जनपद के विकास खण्ड़ जहांगीरगंज अन्तर्गत गांव कमालपुरपिकार व मुबारकपुर पिकार में अंबेडकर जयंती पर निकली भव्य झांकी डीजे के साथ निकली यात्रा । बाबा साहेब डॉक्टर भीमाराव अंबेडकर का जन्मदिवस हर साल 14 अप्रैल को मनाया जाता है। जब जब जुल्मी जुल्म करेगा सत्ता की गलीयारों से चप्पा चप्पा गूंज उठेगा जय भीम के नारों से गांव मुबारकपुर पिकार में बड़े धूमधाम से बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को 14 अप्रैल 134 वी जयंती मनाई गई। आपको बता दें कि पूरे भारत देश में संविधान निर्माता बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी की जयंती धूमधाम से मनाई गई। वहीं कार्यक्रम गांव मुबारकपुर पिकार कमालपुर पिकार एवं ग्राम पंचायत तिलक टांडा में उपस्थित लोगों ने बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर की चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर जयंती कार्यक्रम का शुभारंभकिया। बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जयंती अवसर पर गांव के युवा व युवतियों ने डीजे के धुन पर थिरकते दिखे लोग एवं महिलाएं भी बाबा साहेब की जन्म दिन पर सोहर गीत भी गाये डीजे की धुन पर महिलाएं भी खूब जमकर डांस किए। गांव के कार्यकर्ताओं के द्वारा संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर भव्य झांकी यात्रा निकाली गई। गाँव मुबारकपुर पिकार व कमालपुर पिकार गाँव से शुरू हुई यात्रा सैथुआ और धरमपुर होते हुये सिंघलपटटी चौराहे पहुचे झांकी में बाबा साहब की भव्य मूर्ति सजाई गई थी। युवाओं ने डीजे और ढोल के साथ बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। यात्रा के दौरान ‘बाबा साहब अमर रहें’ के नारे गूंजते रहे। मार्ग में ग्रामीणों ने जगह-जगह पुष्पवर्षा कर स्वागत किया।यात्रा के समापन सिघंलपटटी चौराहे के बगल झारखंडी बाबा मन्दिर पर अंबेडकर जी की मूर्ति का पूजन-अर्चन किया गया। वही गाँव तिलकटांडा में ग्राम प्रधान प्रतिनिधि जनार्दन यादव द्वारा बी आर अंबेडकर जयंती पर प्रतिमा पर माल्यार्पण कार्यक्रम का शुभारंभ किया धूमधाम से मनाई गई जयंती।कार्यक्रम गांव के ही कार्यकर्ताओं के द्वारा जयंती धूमधाम से मनाई गई। कार्यक्रम गांव के ही कार्यकर्ताओं के द्वारा जयंती कार्यक्रम का किया गया आयोजन। वही कार्यक्रम के अध्यक्ष ने बताया कि भीमराव रामजी अम्बेडकर, जिन्हें बाबा साहेब अम्बेडकर के नाम से भी जाना जाता है इनका जन्म 14 अप्रैल, 1891वे को भारत के मध्य प्रदेश के महू में हुआ था। उनकी मृत्यु 6 दिसंबर 1956 को नई दिल्ली में हुई थी। उनकी माता का नाम भीमाबाई और पिता का नाम रामजी सकपाल था। बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के जीवन पर प्रकाश डाला संपूर्ण समाज के दबे कुचले लोगों का ध्यान बाबा साहब के किए गए।
दलितों के साथ किस स्तर का भेदभाव छुआछूत किया जाता था। जनहित कार्यों की तरफ आकृष्ट कराया। कहा कि बाबा साहब दलितों के पुरोधा तो थे ही साथ साथ सर्व समाज के हितों की रक्षा शिक्षा सुरक्षा नारी सम्मान नारी सशक्तिकरण व समतामूलक समाज की स्थापना जाति विहीन समाज को अग्रसर कर देश व समाज की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान करने का कार्य किया है गया बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जयंती पर देशभर के लोगों ने 14 अप्रैल के दिन बाबासाहेब डॉक्टर अंबेडकर के चित्र पर पुष्प अर्पित कर लोगों ने किया याद ।
इस मौके पर कार्यक्रम में श्यामनारायन पंकजकुमार पत्रकार गाँव कमालपुरपिकार लालचंद कम्प्यूटर आपरेटर जनसेवा केन्द्र, विनोद कुमार कन्हैया रमेश कुमार अजीत कुमार मनजीत जयप्रकाश रबिंद्र रोहित जितेन्द्र बबलू मुखराज रामप्रीत डा. दिनेश कुमार,गाँव तिलकटांडा ग्रामप्रधान प्रतिनिध जनार्दन यादव श्रवण कुमार डा. शनि कुमार इंद्रेश लाइनमैन सहित गांव की महिलाएं, पुरुष आदि लोग मौजूद रहे।