सुहेलदेव वि. वि. के कुलपति ने योग दिवस की तैयारी को दिया अंतिम रूप
18 जून को योग के लिए दुर्वासा धाम, दत्तात्रेय धाम ,चंद्रमा ऋषि धाम , भंवरनाथ मंदिर एवं शिव मंदिर मधुबन को किया गया चिन्हित
आजमगढ़। महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय आजमगढ़ में अंतरराष्ट्रीय योग- दिवस-2025 की तैयारी लगभग पूर्ण कर ली गई है ,राज्यपाल/कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल व कुलपति प्रो. संजीव कुमार की देखरेख में 2 जून से 21 जून तक के अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के कार्यक्रम निर्धारित कर दिए गए हैं। राजभवन ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को गंभीरता से लिया है तथा योगा फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ, की थीम पर योजना तैयार करने का निर्देश प्रदेश में स्थित समस्त विश्वविद्यालय को दिया जा चुका है, तथा दिन-प्रतिदिन की प्रगति आख्या राजभवन को उपलब्ध कराई जा रही है । मीडिया प्रभारी डॉ. प्रवेश कुमार सिंह ने बताया कि महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय आजमगढ़ में कार्यक्रम की शुरुआत जय भारत नर्सरी में बृहद योग एवं विश्वविद्यालय परिसर में तालाब की खुदाई करने के उपरांत उससे लगे पश्चिमी तट पर चंदन वाटिका हेतु तैयारी कर ली गई है। तालाब की खुदाई के उपरांत आशिक औपचारिकता पूर्ण होने के बाद अपना मूल स्वरूप प्राप्त कर लेगा। साथ ही साथ योग दिवस सप्ताह की श्रृंखला में विश्वविद्यालय एवं लायंस क्लब आजमगढ़ के संयुक्त तत्वाधान में पौधारोपण कार्यक्रम के साथ ही एक निशुल्क होम्योपैथिक चिकित्सा शिविर का आयोजन दि. 13 जून शुक्रवार को 12:00 से होना है जिसमें नगर के प्रसिद्ध होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. भक्तवत्सल के नेतृत्व में योग चिकित्सकों द्वारा लोगों का निशुल्क जांच एवं इलाज किया जाएगा, इस शिविर की विशेषता यह होगी कि इसमें इलाज करने वाले व्यक्ति यदि वह पर्चा सुरक्षित रखेंगे तो आजीवन उसे पर्चा के माध्यम से संबंधित चिकित्सकों के यहां निशुल्क इलाज मिलता रहेगा। वही 21 जून 2025 कोअंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर यशस्वी प्रधानमंत्री के संबोधन सीधे प्रसारण हेतु विश्वविद्यालय टीम ने मुकम्मल तैयारी कर ली है। कुलपति प्रोफेसर संजीव कुमार आज सुबह 11:00 बजे समिति के सभी सदस्यों के साथ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के लिए तैयारी का क्रमवार विवरण प्राप्त किया, सभी सदस्यों ने अपने-अपने दायित्व का प्रस्तुतीकरण कुलपति के समक्ष प्रस्तुत किया आवश्यकतानुसार सभी को यथोचित दिशा निर्देश देते हुए कुलपति ने कार्यक्रम की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया। इस कार्यक्रम की गंभीरता इसी से समझी जा सकती है कि राजभवन कार्यक्रम की मॉनीटरिंग कर रहा है। कुलपति ने कहा कि 69 कॉलेज जो योगा के लिए को चिन्हित किए गए हैं उसे पर आब्जर्वर नियुक्त कर दिए जाएं जिससे सूर्य नमस्कार का विश्व रिकॉर्ड की जानकारी समय से राजभवन भेजी जा सके। 19 जून को योग दिवस 2025 में मैराथन का कार्यक्रम सुनिश्चित किया गया है जिसमें एन.सी.सी., एन.एसएस. रोबर्स-रेंजर्स के छात्रों के साथ-साथ विश्वविद्यालय के सभी अधिकारी शिक्षक व गैर शिक्षक कर्मचारी एवं एवं छात्र-छात्राओं को निर्देशित कर दिया गया है। 21 जून 2025 को महामहिम राज्यपाल ने विश्वविद्यालय को 51,000 सदस्यों का सूर्य नमस्कार रिकॉर्ड राजभवन भेजना है। प्रत्येक दशा में यह लक्ष्य पूर्ण करना है, इसके लिए हम सभी यदि टीम भावना से काम करेंगे तो यह असंभव भी नहीं है कुलपति ने उपस्थित सभी सदस्यों से कहा कि लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है यदि आप सभी मनोयोग से लग जाएं। दिनांक 15 जून 2025 को योग दिवस कार्यक्रम के तहत सात्विक आहार की व्यवस्था भी की गई है साथ ही विश्वविद्यालय में स्थापना दिवस का कार्यक्रम भी हर्सोल्लास से मनाया जाएगा। 20 जून 2025 को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर कुलपति सभागार में 11:00 बजे से लेकर 3:00 बजे तक बृहद सेमिनार का आयोजन किया गया है। समस्त आयोजनों का मुख्य आकर्षण 21 जून को आयोजित होने वाला अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह होगा जिसके अंतर्गत विश्वविद्यालय परिसर के मुख्य गेट के समक्ष भाव योग शिविर का आयोजन किया जाएगा इस अवसर पर विश्वविद्यालय परिवार के सभी सदस्य और बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक सम्मिलित होंगे। उत्तर प्रदेश के सभी विश्वविद्यालय तथा महाविद्यालयों में सुबह 7:00 बजे एक साथ सूर्य नमस्कार योग मुद्रा कार्यक्रम आयोजित करते हुए विश्व कीर्तिमान स्थापित किया जाना है विश्वविद्यालय प्रशासन ने सभी संबंध महाविद्यालय को निर्देशित किया है कि वह भी उक्त 10 कार्यक्रमों को अपने-अपने परिसर में आयोजित करें तथा कार्यक्रम की विस्तृत रिपोर्ट वह जियो टैग फोटो विश्वविद्यालय को उपलब्ध कराएं। बैठक में कुल सचिव विशेश्वर प्रसाद, सहायक कुलसचिव महेश श्रीवास्तव, संयोजक प्रो. प्रशांत राय एवं पांचो धाम के पर्यवेक्षक प्रो. सुजीत , डॉ. प्रवेश, डॉ. अमरजीत, डॉ. पंकज एवं डॉ. जय प्रकाश के साथ-साथ विपिन, प्रांशु, मुलायम, धर्मेंद्र ,रत्नेश व सहायक पर्यवेक्षक, एवं अन्य कार्यक्रमों मे दायित्व निर्वहन करने वाले शिक्षक एवं गैर शिक्षक कर्मचारी उपस्थित रहे।
रिपोर्ट, शैलेन्द्र शर्मा