विविध ज्ञानवर्धक कार्यक्रमों के साथ सम्पन्न हुई गांधी जयंती
वैश्विक भाषा बनने की ओर अग्रसर है हिन्दी
रिपोर्ट: प्रमोद सिन्हा
गाजीपुर। महंत रामाश्रय दास स्नातकोत्तर महाविद्यालय भुड़कुड़ा में गांधी जयंती के अवसर पर आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों की धूम रही। महाविद्यालय परिवार द्वारा अम्बेडकर पार्क में साफ सफाई कर वहां स्थापित डा भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर भारतीय संविधान के प्रति विश्वास जताया गया। इसके साथ ही परिसर में स्थापित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया।
इसी क्रम में महाविद्यालय के सुसज्जित सभागार में प्राचार्य प्रोफेसर बृजेश जायसवाल की अध्यक्षता एव डा.ए.के. राय राष्ट्रीय सलाहकार जर्नलिस्ट काउन्सिल ऑफ इंडिया के मुख्य आतिथ्य में हिंदी पखवाड़ा के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम का शुभारम्भ प्राचार्य एवं अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन एवं मां सरस्वती के चित्र पर पुष्पार्चन कर किया गया। महाविद्यालय परिवार द्वारा हिन्दी पखवारा के समापन कार्यक्रम में हिंदी की वैश्विक उपयोगिता पर चर्चा करते हुए बताया गया कि हिंदी भाषा अब सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि विश्व के विभिन्न देशों में बोली, लिखी और पढ़ी जा रही है। कई विदेशी विश्वविद्यालयों में हिंदी के पाठ्यक्रम चल रहे हैं, जो इसके वैश्विक उपयोग को बल देता है।
वक्ताओं ने युवाओं का आह्वान किया कि वे हिंदी को केवल भाषा न मानकर जीवन और करियर निर्माण का सशक्त साधन समझें।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि जर्नलिस्ट काउंसिल ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय सलाहकार डॉ. ए. के. राय ने कहा कि हिंदी राष्ट्र की आत्मा है और पत्रकारिता से लेकर जनसंपर्क तक के नए आयाम खुल रहे हैं। विश्व के अनेक देशों में हिन्दी का पठन पाठन चल रहा है और हिन्दी वैश्विक स्तर पर मजबूत हो रही है। उन्होंने हिन्दी के महत्त्व को रेखांकित करते हुए हिन्दी के उत्थान में साहित्यिक कार्यक्रमों की सततता एवं अनिवार्यता पर जोर दिया। हिंदी भाषा की व्यवहारिक प्रासंगिकता और बदलते समय में उसकी वैश्विक उपयोगिता पर बल दिया।
प्राचार्य ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में महाविद्यालय की प्रगति में सभी सहयोगियों के सहयोग की चर्चा करते हुए महाविद्यालय की प्रगति में सतत जूड़े रहने की प्रतिबद्धता जताई।
उन्होंने भारतीय लोकतंत्र में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री तथा संविधान निर्माण में डा. भीमराव अम्बेडकर के चरित्र की चर्चा करते हुए कहा कि उनके विचार आज भी प्रासंगिक हैं। इसके अलावा उन्होंने राजभाषा हिन्दी के उत्थान की चर्चा करते हुए इसके विकास के लिए जागरूक होने की आवश्यकता पर बल दिया।
महाविद्यालय परिवार द्वारा संचालित विविध कार्यक्रमों में रोवर्स रेंजर्स, एन एस एस, एनसीसी कैडेट्स सहित महाविद्यालय से जूड़े लोगों ने सहभागिता सुनिश्चित करते हुए कार्यक्रम को बुलंदियों तक पहुंचाया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्रो. सत्य प्रकाश, प्रो. शिवानन्द पाण्डेय, प्रो. संजप कुमार, डॉ. राजेश केशरी, डॉ. धनन्जय उपाहार,डॉ० प्रदीप कुमार, डॉ.संतोष कुमार मिश्र, डॉ. सर्वानन्द सिंह, डॉ. संतोष यादव, डॉ० धर्मेन्द्र सरोज सहित अन्य प्राध्यापकों व कर्मचारियों के साथ पत्रकार व गणमान्य जन उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रो. रमेश कुमार ने किया।
*पत्रकार का सम्मान गर्व की बात*
इसी क्रम में महंत रामाश्रय दास स्नातकोत्तर महाविद्यालय भुड़कुड़ा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में हिन्दी साहित्य की सेवा से जूड़े और पत्रकारिता के माध्यम से सेवा करने वाले एक दर्जन पत्र पत्रकारों को प्राचार्य प्रोफेसर बृजेश कुमार जायसवाल द्वारा स्मृति चिन्ह और अंगवस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। उन्होंने पत्रकारों के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि विपरीत परिस्थितियों से जूझकर भी पत्रकार सत्य को उजागर करने में लगे रहते हैं। समाज के प्रति इनका योगदान अतुलनीय है।
सम्मानित होने वाले पत्रकारों में डा. ए.के. राय, रमेश कुमार सोनी, वेद प्रकाश पांडेय, उग्रसेन सिंह, शिव प्रकाश पांडेय, कमलेश यादव, अशोक कुमार गुप्ता, अमित जायसवाल, सुरेश चंद्र पांडेय, उपेंद्र कुमार, राहुल व आनंद प्रजापति प्रमुख रहे।