रिपोर्टर राजू कुमार
अतरौलिया बता दे की मुख्य चिकित्सा अधिकारी आजमगढ़ के निर्देशानुसार डॉ आलेन्द्र कुमार अपर चिकित्सा अधिकारी के द्वारा मंगलवार को बुढ़नपुर तहसील क्षेत्र में अबैध रूप से संचालित हो रहे अस्पतालों का औचक निरीक्षण किया गया। जिसके क्रम में अतरौलिया ब्लॉक के कई अस्पतालों पर डॉक्टरों की टीम ने निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान संचालित हो रहे गौरव नर्सिंग होम का निरीक्षण किया गया, जिनका पंजीकरण का आवेदन देने की बात कही गई ,उन्हें तीन दिन के अंदर जवाब देने की नोटिस दिया गया। इसी क्रम में अन्य कई अस्पतालों का आकस्मिक निरीक्षण किया गया लेकिन अधिकतर अवैध रूप से संचालित अस्पतालों में ताला लटकता पाया गया। डॉक्टर आलेंद्र कुमार ने बताया कि तहसील क्षेत्र के बुढ़नपुर, अहरौला तथा अतरौलिया में आकस्मिक निरीक्षण किया गया है, निरीक्षण में पैथोलॉजी का भी निरीक्षण किया जा रहा है। कई अस्पतालों में ताले लटकते पाए गए हैं तथा कई अस्पतालों के बोर्ड भी अस्पताल से गायब मिले। वही स्थानीय लोगों ने बताया कि सिर्फ कागजों में ही जांच सीमट कर रह गई है, अस्पताल वालों को पहले ही इस बात की भनक लग जाती है और लोग अपने अस्पतालों में ताले लगाकर फरार हो जाते हैं ।अब सोचने वाली बात यह है कि जब स्वास्थ्य विभाग का कोई अधिकारी कहीं आकस्मिक जांच करने जाता है तो अवैध रूप से संचालित अस्पतालों को कैसे इस बात की खबर लग जाती है, वहीं लोगों ने बताया कि अबैध रूप से संचालित अस्पतालों से पैसा पहुंच जाता है जिसकी वजह से इन लोगों को बचाया जाता है हालांकि यह जांच का विषय है लेकिन सिर्फ एक अस्पताल पर कागजी कोरम पूरा कर डॉक्टर चले गए जबकि क्षेत्र में दर्जनो की संख्या में अवैध अस्पताल संचालित हो रहे हैं जिनके पास कोई रजिस्ट्रेशन नहीं है।