पर्व के नाम पर सनातनियों का उत्पीड़न स्वीकार्य नहीं : गौरव रघुवंशी
पाण्डाल समितियों का परस्पर सहयोग करें जिला प्रशासन
डीएम को ज्ञापन सौंप विजयादशमी सहित आगामी पर्वो पर मुकम्मल व्यवस्था सहित गरबा के आयोजन स्थलों पर पुलिस सतर्कता बल पर दिया जोर
आजमगढ़। दुर्गोत्सव को लेकर विश्व हिन्दू परिषद गोरक्षा विभाग का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचा और चार सूत्री मांग पत्र सौंपकर विजयादशमी सहित आगामी पर्वो पर मुकम्मल व्यवस्था करने के बावत अपनी बात रखी साथ ही साथ गरबा के आयोजन स्थलों पर पुलिस सतर्कता पर बल दिया।
गोरक्षा विभाग के प्रान्त संयोजक गौरव रघुवंशी ने बताया कि जिले में अनेकों स्थानों पर नवरात्री के बीच गरबा के आयोजन होना सुनिश्चित हैं। जिला प्रशासन द्वारा सभी आयोजको को निर्देशित किया जाए कि कोई भी गैर सम्प्रदाय का युवक गरबा कार्यक्रम में ना आ सके इसके लिए आईडी चेक करके ही प्रवेश दिया जाये। जिससे किसी प्रकार का वाद-विवाद ना हो और जनपद में कतिपय स्थानों पर पुलिस द्वारा मूर्ति समिति के कार्यकर्ताओं को बेवजह मुकदमे में फंसाने की धमकियाँ दी जा रही है जो किसी दशा में स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कहाकि किसी भी पर्व के नाम पर सनातनियों का उत्पीड़न नहीं होना चाहिए बल्कि पाडाल समितियों का प्रशासन परस्पर सहयोग करें।
प्रान्त संरक्षक अशोक अग्रवाल ने कहा की मूर्ति पंडाल के आसपास मांस मीट की दुकान दशहरा तक कम से कम बंद कराई जाये और मेले में भारी भीड़ होती है और हर जगह सड़कों पर बेसहारा गोवंश घूम रहे जिससे सड़क दुर्घटना का खतरा बढ़ रहा। साथ ही साथ पांडाल समितियों को प्रशासनिक सहयोग मिले ताकि दुर्गा उत्सव को सफल ढंग से आयोजित किया जा सकें। उन्होंने कहाकि पर्वो के मद्देनजर साफ-सफाई, विद्युत आपूर्ति से लगायत सुरक्षा व्यवस्था को उच्च कोटि का रखा जाए। दशहरा के पूर्व ही अभियान चलाकर निराश्रित गोवंशो को गौशालाओं में संरक्षित किया जाए।
इस अवसर पर राघवेंद्र मिश्रा लड्डू, उत्कर्ष सिंह,राजन गुप्ता, अंकु गुप्ता, आशीष यादव,शशांक मिश्रा, मोहित बरनवाल, आकाश, पंकज समेत अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।